कोरोना: तब्लीगी जमात को लेकर विपक्ष की चुप्पी पर बोले योगी, 'जो चुप हैं, वे देश के साथ कर रहे खिलवाड़

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना वायरस संक्रमण के फैलाव को लेकर तब्लीगी जमात पर जबर्दस्त हमला बोला। इसके अलावा उन्होंने तब्लीगी जमात और मेडिकल टीमों पर हमले पर विपक्ष की चुप्पी को लेकर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि जो लोग इस तरह के लोगों का बचाव कर रहे हैं, वे देश की भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।


लखनऊ
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के मामले धीरे-धीरे बढ़ रहे हैं। उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में से 19 जिले रेड जोन में हैं और प्रदेश के 90 फीसदी से ज्यादा कोरोना के मामले यहीं से हैं। इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इंडिया टुडे के 'ई-अजेंडा' में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हिस्सा लिया मुख्यमंत्री कहा कि अगर हम समय रहते नहीं अलर्ट होते तो जमात के लोगों ने तबाही मचा दी होती। इसके साथ ही उन्होंने जमात को लेकर विपक्ष की चुप्पी पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा जो इस तरह के लोगों का बचाव कर रहे हैं, वे देश की भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, तब्लीगी जमात के लोगों ने बीमारी को छिपाया। लोग बीमारी को छिपाकर जगह-जगह फैलाएं, ये हम नहीं होने देंगे। तब्लीगी जमात के इस रवैये के कारण संक्रमण बहुत तेजी से फैला। आज हमारे पास लगभग 1600 एक्टिव केस हैं, इसमें 1000 से ज्यादा तब्लीगी जमात से जुड़े लोग हैं। इन्हें समय रहते प्रशासन को बताना चाहिए था, मगर ऐसा न करके उन्होंने बीमारी को छिपाया और बयानबाजी की जिससे लोगों में अंधविश्वास फैला। यूपी में 3,000 से ज्यादा जमातियों ने जगह-जगह जाकर ऐसा किया।


जमात को लेकर चुप्पी पर विपक्ष पर हमला
दूसरी तरफ तब्लीगी जमात को लेकर अखिलेश यादव, प्रियंका गांधी की चुप्पी पर भी योगी आदित्यनाथ ने हमला किया। उन्होंने कहा, 'किसी अपराधी को जाति, मत और मजहब के साथ न जोड़ा जाए। अपराध किया है तो कानून की धाराओं के तहत कार्रवाई होनी चाहिए। जो लोग इस तरह के लोगों का बचाव कर रहे हैं, वे देश की भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।

'...तो जमात के लोगों ने तबाही मचा दी होती'
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि पूरे देश के अंदर जिन राज्यों में ज्यादा पैमाने पर मामले आए वहां तब्लीगी जमात की बड़ी भूमिका रही है। जमात से जुड़े कुछ लोग विदेश से आए, टूरिस्ट वीजा लिया और घूमने लगे। ये लोग गांव-गांव, घर-घर जाकर संक्रमण को फैलाएं तो ये ठीक नहीं है। ये तो केंद्र और राज्य सरकार की सतर्कता थी कि स्थिति संभाल ली गई, नहीं तो इन लोगों ने तबाही मचा दी होती। भारत की हालत अमेरिका, यूरोप से बदतर होती।

योगी बोले, किसी को भी संक्रमण फैलाने की छूट नहीं
कोरोना वॉरियर्स पर हमले के सवाल पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'हम बिना किसी भेदभाव के गरीबों के लिए कल्याणकारी योजनाएं चला रहे हैं। हर किसी को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने का प्रयास हो रहा है। ऐसी स्थिति में भी अगर कोई जानबूझकर मेडिकल टीम पर हमला करेगा तो ये कानून के साथ खिलावाड़ है। हम किसी को भी संक्रमण फैलाने की छूट नहीं देंगे। अव्यवस्था फैलाने, अराजकता फैलाने की छूट किसी को नहीं दी जा सकती है।'

'जब लॉकडाउन की जरूरत नहीं होगी, तब करूंगा पिता का तर्पण'
लॉकडाउन के बीच पिता के निधन और उनके अंतिम संस्कार में न जाने के सवाल पर भी मुख्यमंत्री योगी खुलकर बोले। उन्होंने कहा, 'पिताजी का दिल्ली के एम्स में इलाज चल रहा था। मैंने काफी प्रयास किया कि उन्हें जाकर देखूं, मगर कोरोना की तैयारियों में समय नहीं मिल पाया। फिर अचानक जानकारी मिली कि स्वर्गवास हो गया। भले ही मैं संन्यासी हो गया हूं मगर एक बेटे के तौर पर मुझे अपना फर्ज अदा तो करना ही था। मैं जाता तो लॉकडाउन का उल्लंघन होता और आम जनता में गलत संदेश जाता। इसीलिए मैंने यहीं से उन्हें श्रद्धांजलि देने का फैसला किया। जिस दिन कोरोना पर जीत मिलेगी और उत्तर प्रदेश और देश में लॉकडाउन की जरूरत नहीं रह जाएगी। मैं अपना फर्ज अदा करने और अंतिम संस्कार की औपचारिकताओं को पूरा करने जरूर जाऊंगा।