अखिलेश ने की दस हजार बस चलाने की मांग                        कांग्रेस ने दिया बसों के संचालन का प्रस्ताव

   लखनऊ । कोरोना वायरस के संक्रमण पर अंकुश लगाने की खातिर लॉकडाउन में भी लोग पैदल या फिर अन्य साधनों से अपने घरों तक पहुंचने के लिए सड़कों पर हैं । कोई सुविधा न मिलती देख यह लोग या तो पैदल या फिर ट्रक व अन्य साधनों से घर जाने के दौरान दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं ।


     इसी प्रयास में शनिवार को ही करीब चार दर्जन लोगों की विभिन्न जगह पर हादसों में मौत हो गई । प्रदेश में प्रवासी नागरिकों के साथ बढ़ती दुर्घटना पर जहां समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सीएम योगी आदित्यनाथ ने दस हजार बस चलाने की मांग की है, वहीं कांग्रेस ने अपनी बसों के संचालन की अनुमति मांगी है। अखिलेश यादव की मानना है कि अपने-अपने घर जाने के निकले लोग किसी तरह से गंत्वय तक पहुंचे। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है। अखिलेश यादव ने कहा कि पैदल घर पहुंचने के लिए वाहनों में विवश होकर चलने पर मजबूर व हादसों में अपनी जान गंवा रहे प्रवासी मजदूरों को बड़े सम्मान और सुरक्षा के साथ घर पहुंचाने के लिए प्रदेश सरकार को तत्काल ही दस हजार सरकारी बसों को चलाना चाहिए। जिससे कि लोग कम समय में ही अपने घर पहुंच सकें। उन्होंने कहा कि क्या गरीब का कोई हक नहीं होता। वह भी सरकार के खर्चे पर अपने घर पहुंचने के हकदार हैं।
कांग्रेस वहन करेगी हजार बसों के संचालन का खर्च
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव तथा उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर कांग्रेस की तरफ से प्रदेश में एक हजार बस संचालन में सहयोग मांगा है। प्रियंका गांधी ने कहा कि प्रदेश सरकार अपनी घोषणा के अनुरूप बसों के संचालन में सफल नहीं रही है। लोग पैदल चलने को मजबूर हैं। जिससे सड़क दुर्घटना भी बढ़ रही है।
ऐसे में कांग्रेस उत्तर प्रदेश में एक हजार बस चलाने के लिए सरकार से सहयोग चाहती है। इन सभी एक हजार बसों के संचालन का खर्च कांग्रेस वहन करेगी। पत्र में नोएडा, गाजीपुर व गाजियाबाद बॉर्डर से 1000 बसों को पार्टी के खर्चे पर चलाने के लिए अनुमति की मांग की गई है।