अपने घरो पर ही नफल नमाज ,तस्बीह,और तिलावत कुरान शरीफ इस रात के हिस्सो मे करे,लोग अपने आबाओ(बुजूर्गो) की कब्रो पर तन्हा जाकर फातेहा पढे-मौलाना वसीम शेरवानी 

जौनपुर:शबे -बरात 9 अप्रेल को 
घरो पर करे इबादत,भीड़ भाड़ मचाने का नही है कोई शरई हुकूम-मौलाना वसीम शेरवानी 
जौनपुर/मुख्यालय
रियाजुल हक 
जौनपुर के जाने माने मदरसा हुसैनिया ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि चन्द्र दर्शन के अनुसार इस वर्ष शबे बरात का त्योहार 9 अप्रेल को मनाया जायेगा।
इस मौके पर मौलाना वसीम शेरवानी ने बताया कि शबे बरात इबादत की रात है,इस रात मे हर मर्द और औरत ज्यादा से इबादत मे मशगूल रहे।
मस्जिद, मजारो,खानकाहो,कब्रगाहों पर जाकर सामुहिक प्रार्थना दुआ, करने का कोई शरई हुकूम नही है,लोगो ने गलत धारणा और परम्परा कायम कर लिया है,जो इस्लाम मे मनाही है।
लोगो को अपने घरो पर ही नफल नमाज ,तस्बीह,और तिलावत कुरान शरीफ इस रात के हिस्सो मे करे,लोग अपने आबाओ(बुजूर्गो) की कब्रो पर तन्हा जाकर फातेहा पढे,इसकी जानकारी किताबो से मिलती है।
लोगो को इकट्ठा होकर रात भर यहा वहा जाने पटाखा रोशनी करने वाली गैर शरई परम्पराओ और गुनाहो से बचकर रात भर इबादत अपने कुवत के अनुसार करके ,मुल्क तथा पुरी दुनिया मे आई कोरोना जैसी मुसीबत को टलवाने की दुआ अपने रब से करनी चाहिए, ताकी इस मुसीबत से सब लोग बाहर आये।