भारत कम स्वास्थ्य संसाधनों के बावजूद अपने संकल्प के बूते जानलेवा कोरोना वायरस से लड़ने के लिए तैयार है। आम आदमी से लेकर सेना तक कोरोना से निपटने के लिए लिए युद्ध स्तर पर तैयारी कर रही है। विकसित देशों की तुलना में कम संसाधनों के बाजवूद भारत पूरी तरह से तैयार है।
नई दिल्ली
भारत में कोरोना के बढ़ते मामले ने चिंता बढ़ा दी है। देश में स्वास्थ्य संसाधनों की कमी किसी से छिपी नहीं है। इसमें कोई शक नहीं कि हम स्वास्थ्य सेवाओं में अमेरिका, इटली चीन समेत कई देशों से काफी पीछे हैं लेकिन देश अपने नागरिकों के संकल्प के बूते कोरोना वायरस को हराने के लिए एकजुट है। ऐसे में इस बीमारी से पीड़ित लोगों का इलाज और संदिग्धों को क्वारंटाइन करना एक बड़ी चुनौती है। रिलायंस ग्रुप ने कोरोना के लिए एक डेडिकेटेड अस्पताल तैयार कर दिया है। धार्मिक संगठन कोरोना पीड़ित मदद के लिए आगे रहे हैं। राज्य सरकारें दिहाड़ी मजदूरों के लिए खाने की व्यवस्था कर रही है। कई एनजीओ भी लोगों की मदद को सामने आए हैं।
भारत के अस्पतालों में बेड की कमी
अमेरिका और इटली से जैसे विकसित देशों की तुलना में भारत के अस्पताल में बेडों की भारी कमी है। अमेरिका में जहां प्रति हजार व्यक्ति अस्पताल में बेड की संख्या 2.8 है तो वहीं इटली में प्रति हजार बेड की संख्या 3.2 है। जहां तक भारत की बात है तो यहां प्रति हजार बेड की संख्या महज 0.5 ही है। समझा जा सकता है कि भारत हेल्थ इंन्फ्रास्ट्रक्चर के मामले में कितना पिछड़ा है।
दिल्ली गुरुद्वारा ने दिया ऑफर
पूरे देश में अभी लॉकडाउन है, जो 21 दिनों तक चलेगा। पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को देश के नाम संबोधन में इसकी घोषणा की थी। राजधानी दिल्ली समेत कई राज्यों में कर्फ्यू का ऐलान कर दिया गया है। जाहिर है कोरोना के कारण देशवासियों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इन सबके बीच, दिल्ली सिख गुरुद्वारा मैनजमेंट कमिटी ने मजनू का टीला स्थित गुरुद्वारे को निगरानी केंद्र बनाने का प्रस्ताव दिया है। कमिटी ने कहा कि यहां कोरोना प्रभावित लोगों को लाया जा सकता है और क्वारंटाइन किया जा सकता है। देश में कोरोना के बढ़ते मामले के बीच गुरुद्वारे का यह प्रस्ताव सरकार के लिए संजीवनी का काम करेगी।
लुधियाना में स्कूल को बनाया जा रहा है क्वारंटाइन सेंटर
कोरोना को हराने के लिए इस जंग में देश का हर नागरिक कूद गया है। जिले के जिलाधिकारी डीसी प्रदीप अग्रवाल ने पार्कर हाउस और मेरिटोरियस स्कूल के गर्ल्स होस्टल में दो क्वारंटाइन सेंटर बनाने की घोषणा की थी। शनिवार को प्रशासन और सेहत विभाग ने इन सेंटरों में सुविधाएं जुटानी शुरू कर दी। एसडीएम अमरिंदर सिंह मल्ली एवं जिला एपिडोमोलॉजिस्ट डॉ. रमेश ने क्वारंटाइन सेंटरों का दौरा किया और सेहत विभाग के अफसरों को हिदायतें जारी की। दोनों सेंटरों में तीन-तीन मेडिकल टीमें नियुक्त कर दी हैं। ये टीमें अलग-अलग शिफ्टों में तैनात रहेंगी। फिलहाल टीम में एक डॉक्टर एवं दो पैरामेडिकल स्टाफ हैं।
दिल्ली में खाली अपार्टमेंट आइसोलेशन वॉर्ड में बदले गए
दिल्ली सरकार ने कोरोना वायरस के चपेट में आने वाले की संख्या बढ़ते देख डीडीए के खाली अपार्टमेंट्स को अस्थायी आइसोलेशन वॉर्ड में तब्दील कर दिया है। दिल्ली सरकार का मकसद मरीजों की मदद करना है। इसके अलावा इस संक्रमण को फैलने से रोकना है।
लखनऊ में खाली फ्लैटों में आसोलेशन वॉर्ड
कोरोना वायरस से बचाव के लिए लखनऊ में खाली पड़े अपार्टमेंट्स को आइलोलेटेड वॉर्ड में तब्दील करने की कवायद शुरू कर दी गई है। सीएम ने एलडीए और आवास विकास परिषद के अधिकारियों को चिट्ठी लिखकर 100 फ्लैट्स का इंतजाम करने को कहा है। खासतौर पर ऐसे अर्पाटमेंट का चयन किया जाएगा जो पूरी तरह से खाली हों।
सेना ने भी की है बड़ी तैयारी
कोरोना के बढ़ते खतरे से निपटने के लिए तीनों सेनाओं ने तैयारी पूरी कर ली है। कोरोना के मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सेनाओं ने अपने अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। संदिग्ध रोगियों को अलग-थलग रखने के लिए सेनाओं ने देश के विभिन्न हिस्सों में चार हजार से अधिक बेड का इंतजाम कर दिया गया है।
थल सेना ने जोधपुर, जैसलमेर तथा झांसी में एक-एक हजार लोगों को क्वारंटाइन पर रखने के इंतजाम किए गए हैं। जबकि मानेसर, गया तथा बिनागुड़ी में तीन-तीन सौ लोगों को रखने के इंतजाम किए गए हैं। इसके अलावा उधमपुर में एक हजार लोगों के लिए क्वारंटाइन सुविधा बनाई गई है। इसके सेना, नौसेना तथा वायुसेना के सभी अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड बनाने, रोगियों की पहचान के लिए अलग से ओपीडी शुरू करने तथा नमूने एकत्र करने की व्यवस्था भी की जा रही है। सेना ने जहां-जहां भी क्वारंटाइन सुविधाएं विकसित की हैं, वहां सेना के चिकित्सा स्टाफ एवं अन्य कर्मी तैनात किए गए हैं। एक केंद्र पर 60-100 तक सैन्यकर्मी और हेल्थ स्टाफ को तैनात किया गया है।
रिलायंस ग्रुप ने बना दिया अस्पताल
मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाले आरआईएल ने मुंबई में कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों के लिए 100 बिस्तरों वाला अस्पताल ही बना दिया है। सेवन हिल्स अस्पताल में बनाए गए यह अस्पताल आधुनिक सुविधाओं से लैस है। यहां कोरोना से पीड़ित मरीजों का इलाज किया जाएगा।
दिहाड़ी मजदूरों के लिए खाने की व्यवस्था
पूरे देश में लॉकडाउन की स्थिति होने के कारण दिहाड़ी मजदूरों के लिए बड़ी मुसीबत आ गई है। ऐसे में यूपी, दिल्ली समेत कई राज्य सरकारें इनकी मदद को सामने आई हैं। कई एनजीओ भी दिहाड़ी मजदूरों की मदद को सामने आए हैं।