गौतम बुद्ध के उपदेशों का सार बताएगा बुद्धा थीम पार्क, जानिए क्या है खास...


वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 फरवरी को अपने वाराणसी दौरे पर कई योजनाओं का शिलान्यास किया। इस लोकार्पण के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने सारनाथ में 5 करोड़ की लागत से बनकर तैयार बुद्धा थीम पार्क को भी लोकार्पित किया। इस पार्क में पत्थरों पर उकेरे गए भगवान बुद्ध के उपदेशों से जनता को जोड़ना प्रदेश सरकार का लक्ष्य है।


पेश है बुद्धा थीम पार्क पर एक ख़ास रिपोर्ट


जून 2018 में उत्तर प्रदेश सरकार ने बुद्धा थीम पार्क को प्रसाद योजना के तहत पर्यटकों के लिए खूबसूरत और गौतम बुद्ध के उपदेशों को जनता तक पहुंचाने के लिए एक कार्य योजना की घोषणा की थी, जो अब अपने असल रूप में आ चुकी है। इस सम्बन्ध में वाराणसी–विंध्याचल मंडल के पर्यटन अधिकारी कीर्तिमान श्रीवास्तव ने बताया कि जून 2018 में उत्तर प्रदेश सरकार ने बुद्धा थीम पार्क में आडिटोरियम भवन की साज–सज्जा और फर्निशिंग के साथ ही साथ अन्य कार्य प्रसाद योजना के तहत कराने की घोषणा की थी।


      इस कार्य के लिए 5 करोड़ 85 लाख 16 हज़रा रुपये का बजट स्वीकृत हुआ था। कीर्तिमान श्रीवास्तव ने बताया कि इसमें हमने एक 300 सीट का ऑडिटोरियम बनाया है। इसमें इसकी साज सज्जा और लाइटिंग की गयी है। साथ ही आडिटोरियम के बैक ड्राफ्ट पर भगवान् बुद्ध की फोटो बनायीं गयी है।


     इसके अलावा इसके अंडरग्राउंड में एक लाइब्रेरी बनायीं गयी है, जहां कोई भगवान बुद्ध से सम्बंधित किसी भी तरह की जानकारी हासिल कर सकेगा। पर्यटन अधिकारी ने बताया कि यह पूरा थीम पार्क 6 एकड़ में फैला हुआ है। बुद्धाथीम पार्क के आडिटोरियम में फर्नीचर, फर्निंशिंग और साज सज्जा कार्य।


    ऑडिटोरियम में एक्वास्टिकल हार्डवुड पैनलिंग, वाल पैनलिंग, फाल सीलिंग, वुडेन फ्लोरिंग, कारपेट फ्लोरिंग, फकेड लाइटिंग, ग्लास मोजैक, म्यूरर्लस, ग्लास मोजैक पैनलिंग का कार्य कराया गया है। इसके अलावा पार्क के अंदर दीवारें बनायीं गयी हैं जिसपर भगवान बुद्ध के उपदेश उकेरे गए हैं। इन उपदेशों को ज़्यादा से ज़्यादा लोग पढ़ेंगे और उनके सार को जानेगे यही उद्देश्य राज्य सरकार का है।


    पर्यटन अधिकारी ने बताया कि इस बुद्धा पार्क में आने के लिए किसी भी प्रकार का शुल्क अभी नहीं लिया जा रहा है। कीर्तिमान श्रीवास्तव ने बताया कि राज्य सरकार भगवान बुद्ध और उनके उपदेशों से जोड़ना चाहती है और उसकी मंशा है कि यहाँ रोज़ कुछ नया काम हो जो भगवान् बुद्ध पर आधारित हो इसलिए यह पार्क बनाया गया है।