उपद्रवियों का सम्मान करना सपा के डीएनए में शामिल - उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा

दिनेश शर्मा ने विपक्ष को निशाने पर लेते हुए कहा कि सपा, बसपा और कांग्रेस में असामाजिक तत्वों को बढ़ावा देने का कॉम्पिटिशन चल रहा है. यूपी में उद्दंडता का सम्मान करने की बात की जा रही है.


लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार में उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि उपद्रवियों का सम्मान करना तो सपा के डीएनए में शामिल है. डॉ. दिनेश शर्मा शुक्रवार को लोकभवन में कहा कि उपद्रवियों को सम्मान देना, उन्हें पेंशन देना सपा के डीएनए में है. उन्होंने आतंकियों को भी सम्मान दिया है. प्रदेश में किसी भी निर्दोष पर कार्रवाई नहीं हो रही है. जांच प्रक्रिया चल रही है. जो भी जिम्मेदार होगा उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि सपा के नेता रोहिंग्या और बांग्लादेशियों को भी नागरिकता देने की बात कर रहे हैं.


 


डॉ़ शर्मा ने कहा कि विधानसभा में समाजवादी पार्टी के नेता राम गोविंद चौधरी नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के दौरान उपद्रव करने वालों को संविधान रक्षक बताकर सम्मान देने की बात कर रहे हैं. यह बेहद शर्मनाक है.


 

 


 


उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के मुखिया कहते हैं कि एनपीआर में हम रजिस्टर नहीं कराएंगे. उनको शायद जानकारी नहीं है कि सारी विकास योजनाओं का आधार एनपीआर है. वह लोगों को विकास की योजनाओं से वंचित करने की साजिश कर रहे हैं. योगी आदित्यनाथ सरकार के कार्यकाल में रोजगार और निर्यात दोनों ही बढ़े हैं.


 


डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि प्रदेश में इन दिनों समाजवादी पार्टी के साथ ही बहुजन समाज पार्टी (बसपा) 20-20 मैच का तुष्टिकरण कर रही है. सपा, बसपा और कांग्रेस उपद्रवियों के तुष्टीकरण का 20-20 मैच खेल रहे हैं. इसमें तो नेता प्रतिपक्ष ही पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव से आगे बढ़ कर बयान देने लगते हैं.


 


उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष राम गोविन्द चौधरी तो सरकार में आने के बाद उद्दंडता का सम्मान करने की बात कर रहे हैं. यहां तक कि इसमें घुसपैठियों को शामिल करने की बात कही है. इनमें होड़ लगी है कि अब यहां पर भगवा विचारधारा के विरोध में कौन अधिक आगे निकले.


 


एनपीआर को लेकर अखिलेश ने क्या कहा था?
अखिलेश यादव ने राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) को देश के गरीबों और अल्पसंख्यकों के खिलाफ करार देते हुए कहा था कि वह एनपीआर के लिए कोई फॉर्म नहीं भरेंगे. अखिलेश ने कहा ''चाहे एनआरसी हो या एनपीआर, यह हर गरीब, हर अल्पसंख्यक और हर मुस्लिम के खिलाफ है.''


 


उन्होंने समाजवादी पार्टी (एसपी) के छात्र नेताओं से मुखातिब होते हुए कहा ''सवाल यह है कि हमें एनपीआर चाहिए या रोजगार? अगर जरूरत पड़ी तो मैं पहला व्यक्ति होउंगा जो कोई फॉर्म नहीं भरेगा. आप साथ देंगे कि नहीं. नहीं भरते हैं तो हम और आप सब निकाल दिए जाएंगे. हम तो नहीं भरेंगे, बताओ आप भरोगे?''


 


समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष ने कहा कि जो पुलिसकर्मी नए नागरिकता कानून और एनआरसी का विरोध करने वाले लोगों पर लाठियां चला रहे हैं, उन्हें बताया जाना चाहिए कि उनसे भी उनके माता-पिता का प्रमाणपत्र मांगा जाएगा. उन्होंने कहा कि सभी भारतीय लोग ऐसे लोगों से भारत बचाएं जो संविधान की धज्जियां उड़ा रहे हैं.