सेना के जवान ने पांच करोड़ का रोबोट एक लाख में बनाया, पीएम भी मुरीद, यह हैं खासियतें
सेना के जवान ने बम को नष्ट करने वाला एक बेहतरीन रोबोट बनाया है। यह रोबोट रिमोट से चलित है। जवान की इस उपलब्धि को प्रधानमंत्री मोदी ने भी सराहा और उन्हें सम्मानित भी किया। रोबोट बनाने वाले जवान पंजाब के मुक्तसर के रहने वाले हैं। इस दौरान वो नई दिल्ली में आर्मी इंजीनियर कोर के बम स्क्वायड में तैना हैं। आइए जानते हैं इस रोबोट के बारे में...
पंजाब के मुक्तसर जिले में एक गांव हैं दोदा। यहीं के रहने वाले हैं हवलदार धर्मजीत सिंह (32)पुत्र बलवंत सिंह। धर्मजीत ने जिंदा बम को नष्ट करने वाला रिमोट से चलित रोबोट बनाया है। वह सोमवार दोपहर को मुक्तसर पहुंचे। यहां पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के राजनीतिक सलाहकार व विधायक अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग के निवास पर आयोजित सम्मान समारोह में धर्मजीत का शानदार स्वागत किया गया। धर्मजीत सिंह ने बताया कि उन्होंने अपने स्तर पर इस रोबोट को बनाया है। रोबोट लगभग एक लाख रुपये की लागत से तैयार हुआ है।
धर्मजीत के अनुसार उन्होंने इस रोबोट के निर्माण से पहले अपने सीनियर कमांडिंग अफसरों से बात की तो उन्होंने इसे असंभव बताते हुए मंजूरी नहीं दी और न ही कोई मदद की। इसके बावजूद सितंबर में उन्होंने इस पर काम शुरू कर दिया। तीन महीने की अथक कोशिश के बाद अपने खर्च से इसे तैयार किया। इसका परीक्षण करने के बाद जब उन्होंने अपने अफसरों को बताया तो सभी हैरान हुए। मदद मिलना शुरू होने के बाद उन्होंने इस रोबोट को अच्छे से अपग्रेड किया। अब हर यूनिट में उनके बने रोबोट का इस्तेमाल शुरू हो गया है।
आगामी समय में बम स्क्वायड दस्ते में रिमोट चलित रोबोट के जरिए बम नष्ट किए जाएंगे। इससे बम डिफ्यूज के दौरान सैनिकों की जान का खतरा कम होगा।
इस खोज पर मिल चुके हैं कई सम्मान
धर्मजीत के अनुसार बम को नष्ट करने के दौरान फटने से कई बार सैनिक की जान चली जाती थी। सैनिक की जान बेशकीमती होती है। बम नष्ट करते समय सैनिकों की जान की हिफाजत हो, उसके मन में लंबे समय से ऐसा यंत्र बनाने की इच्छा थी। बचपन से ही खिलौने बनाने का शौक था। उसे खुशी है कि बड़े होकर अब बम नष्ट करने वाला रोबोट तैयार किया और यह सरकार की ओर से पास हो गया है। धर्मजीत ने कहा कि उसकी इस खोज पर जहां आर्मी हेड ऑफिस की ओर से कई सम्मान मिल चुके हैं। वहीं बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सम्मानित होना विस्मरणीय पल था।
विदेशी रोबोट के मुकाबले बेहद सस्ता है ये रोबोट
धर्मजीत के अनुसार बम को नष्ट करने के दौरान फटने से कई बार सैनिक की जान चली जाती थी। सैनिक की जान बेशकीमती होती है। बम नष्ट करते समय सैनिकों की जान की हिफाजत हो, उसके मन में लंबे समय से ऐसा यंत्र बनाने की इच्छा थी।
बचपन से ही खिलौने बनाने का शौक था। उसे खुशी है कि बड़े होकर अब बम नष्ट करने वाला रोबोट तैयार किया और यह सरकार की ओर से पास हो गया है। धर्मजीत ने कहा कि उसकी इस खोज पर जहां आर्मी हेड ऑफिस की ओर से कई सम्मान मिल चुके हैं। वहीं बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सम्मानित होना विस्मरणीय पल था।