राष्ट्रीय एकता के साथ मनाया गया इस्लाम के पैगम्बर का जन्म दिन

 


प्रशासनिक अधिकारियों की मेहनत से पिछले साल बाधित जुलूस इस बार खैरियत के साथ निकला
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कड़ी मेहनत और दूरदर्शिता के सर्फ-साबुन से धुल गया दाग
-----सलिल पांडेय ।
मिर्जापुर । इस्लाम धर्म के पैगम्बर  मुहम्मद साहब के जन्मदिन पर जिले में जोशो-खरोश परवान चढ़ा था । मंडल तथा जनपद के प्रशासनिक अधिकारियों की पिछले एक हफ्ते से की गई मेहनत रंग लाई । जिसके चलते पिछले साल इस मौके पर निकले जुलूस में उपद्रव होने से जनपद के माथे पर जो 'दाग' लगा था, वह धुल गया । जुलूस में विभिन्न समुदाय की भागीदारी ने एक बार फिर यह सिद्ध किया कि जिले में अमनचैन की गंगा-जमुनी धारा को कोई रोक नहीं सकता ।


राष्ट्रीय एकता के पैगाम के साथ निकला जुलूस
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इमामबाड़े से 3 बजे अपराह्न मरकज़ी जश्ने-जुलूस कमेटी ने अयोध्या फैसले को देखते हुए डीजे न इस्तेमाल करने के वायदे को निभाते हुए शानदार जुलूस निकाला । जो तकरीबन 3 से 4 किमी लम्बा था । जुलूस का एक सिरा घण्टाघर पहुंच गया था जबकि दूसरा सिरा इमामबाड़े पर ही था । जुलूस में इस्लामिक ध्वज के साथ राष्ट्र-ध्वज फहराते हुए मुस्लिम लोग चल रहे थे । हवा में फहराय जा रहे झंडे शानदार दिख रहे थे । साथ में जो नई बात थी वह यह कि सबसे आगे चल रही जीप से साम्प्रदायिक मुहब्बत के साथ देश, प्रदेश एवं जिले की तरक्की में जी-जान से लगने की अपील की जा रही थी । शहर के लोग मुस्लिम समुदाय के इस अपील पर मुग्ध थे ।


नमाज़ अदा की गई 
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जुलूस जब पक्की सराय पहुंचा तब सूरज ढलने के पहले असर की नमाज वहाँ स्थित मस्जिद में तथा सूरज डूबने के बाद मगरीब की नमाज इमामबाड़े में अदा की गई । 


रेगिस्तानी-जहाज़ पर बच्चे भी बैठे थे

पूरे जुलूस में रेगिस्तानी जहाज़ के रूप में कहे जाने वाला ऊंट भी था जिस पर बड़ी उम्र के लोगों के साथ बच्चे भी बैठे थे । यह बच्चों के लिए आकर्षण का केंद्र था ।


'प्रीति' पूर्वक 'पीयूष' वर्षा हुई जिससे 'सुशील'मय हुआ ईद-उल मिलादुन्नबी और हुई 'धर्म' की जीत
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  उक्त उपशीर्षक में विंध्याचल मंडल की आयुक्त श्रीमती प्रीति शुक्ला तथा DIG श्री पीयूष श्रीवास्तव, DM श्री सुशील कुमार पटेल एवं SP डॉ धर्मजीत सिंह की कड़ी परीक्षा में 10 नवम्बर को मिले 10 में 10 नम्बर को शामिल किया गया है । इन चार अधिकारियों में DIG श्री श्रीवास्तव लगभग डेढ़ साल को छोड़कर कमिश्नर श्रीमती शुक्ल एवं DM श्री पटेल  एक हफ्ते और SP डॉ सिंह डेढ़ महीने पूर्व यहां पदस्थापित हुए हैं । हालात नाजुक समझ कर सभी उच्च अधिकारियों ने प्रतियोगी परीक्षा की तरह तैयारियां की ।


A और B टीम
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A टीम में उक्त चारो लोग पिछले साल उपद्रव से 20 नवम्बर को तितर-बितर हुए बारावफात जुलूस के मुख्य स्थल मुकेरी बाजार चौराहे पर मौजूद रहे तो B टीम में ADM (F&R) श्री उदय प्रताप सिंह, SP(सिटी) श्री प्रकाश स्वरूप पांडेय, CM श्री सुशील लाल श्रीवास्तव, डिप्टी SP (नगर) श्री सुधीर कुमार जुलूस निकालने के स्थान इमामबाड़े से ही साथ लग रहे ।


नई उम्र के पुलिस जन ज्यादा थे
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जुलूस इलाके में पुलिस की ड्यूटी बेहद चुस्त थी । ज्यादातर नई उम्र के पुलिस जन एक्शन मोड में दिख रहे थे । इंस्पेक्टरों में श्री रमेश यादव, श्री शाहिद सिद्दीकी, श्री अरुण यादव तथा श्री चंद्रशेखर यादव नगर के लोगों से काफी परिचित होने के नाते कानून वयवस्था चुस्त करने में सफल थे ।


हिन्दू-मुस्लिम एकता
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जुलूस निकलने के पहले से ही जिम्मेदार मुस्लिमों ने हिंदू समुदाय के लोगों को माला पहनाकर इज्जत दी । मो परवेज, म अली, सोनावर खां, मो हासिम, महबूब आलम मो अशफाक, कलीम, तौसीफ, इरफान कुरेशी आदि ने श्री वृजदेव पांडेय, श्री माता प्रसाद दुबे, कमलेश दुबे आदि का स्वागत किया । लिहाजा उक्त लोग पूरे जुलूस में साथ रहे । 


दाग धुल गया
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पिछले साल 19 नवम्बर को प्रशासनिक अक्षमता के चलते दो दिन तक हुए उपद्रव से स्थगित हुए बारावफात जुलूस के दाग को मेहनत और दूरदर्शिता के सर्फ और साबुन से प्रशासन ने धो दिया । 
   पिछले साल जिले में DM श्री अनुराग पटेल और SP श्रीमती शालिनी थी । उपद्रव की रात भारी मशक्कत के बाद 20 नवम्बर को जुलूस पर पथराव हो ही गया था ।
    सूत्रों के मानना था कि प्रशासनिक गुटबाजी में कुछ अफसरों की रुचि के कारण उक्त हादसा ज्यादा सुर्खियों में आ गया था ।