सिंदूर और बिंदिया में घातक तत्वों की होगी जांच,एम्स ने माना हो रहा त्वचा को नुकसान


    अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के डॉक्टरों ने सिंदूर और बिंदिया में घातक तत्व मिलाए जाने का खुलासा करने के बाद सरकार जल्द ही इसके निर्माण संबंधी नियमों को तैयार कर सख्ती से लागू कर सकती है। हाल ही में एम्स के अलावा देश के कई बड़े सरकारी संस्थानों के त्वचा रोग विशेषज्ञों के साथ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों की हुई बैठक में यह फैसला लिया है।
     एम्स के त्वचा रोग के विभागाध्यक्ष डॉ. वीके शर्मा ने बताया कि बिंदी और सिंदूर भारतीय महिलाओं के रोजमर्रा के जीवन का हिस्सा है। छोटे छोटे शहरों तक में इसका निर्माण हो रहा है। इसे लेकर न नियम है और न ही किसी तरह का कोई कानून। शायद इसीलिए सिंदूर और बिंदी में एजीडाई नामक घातक तत्व मिलाया जा रहा है। इसका असर त्वचा पर पड़ रहा है। आखिर में परिणाम जटिल ऑपरेशन के रूप में देखने को मिल रहे हैं।