डीयू में ABVP ने  'रातोंरात' लगए  भगत सिंह, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और वीर सावरकर की प्रतिमाएं

डीयू में ABVP ने  'रातोंरात' लगए  भगत सिंह, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और वीर सावरकर की प्रतिमाए
छात्र नेता ने कहा कि उन्होंने वीर सावरकर और भगत सिंह जैसे स्वतंत्रता सेनानियों के खिलाफ फैलाए गए झूठ को मिटाने के लिए ही ये प्रतिमाएं लगाई हैं।


दिल्ली यूनिवर्सिटी (डीयू) के नॉर्थ कैम्पस में मंगलवार सुबह भारत के आजादी की लड़ाई में हिस्सा लेने वाले स्वतंत्रता सेनानियों वीर सावरकर, सरदार भगत सिंह और नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमाएं लगी देखी गईं। ये प्रतिमाएं डीयू में आर्ट फैकल्टी के बाहर एबीवीपी के नेतृत्व वाले डूसू अध्यक्ष शक्ति सिंह द्वारा स्थापित की गई हैं। कई छात्रों ने कहा कि यहां ये प्रतिमाएं रातोंरात लगाई गई हैं।


हालांकि, इस बारे में डूसू अध्यक्ष शक्ति सिंह ने कहा कि ये प्रतिमाएं मंगलवार सुबह 6 बजे ही लगाई गई हैं। उन्होंने कहा, “हम पिछले साल नवंबर से डीयू प्रशासन को पत्र लिखकर प्रतिमाएं लगाने की अनुमति मांग रहे थे। लेकिन, इस पर कोई जवाब नहीं मिला। इसलिए, हमें अपने स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान के लिए इस तरह का कदम उठाना पड़ा।”


छात्र नेता ने कहा, "हम चाहते हैं कि युवाओं को उन स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान के बारे में पता होना चाहिए, जिन्होंने हमारी स्वतंत्रता के लिए लड़ाई लड़ी।" उन्होंने कहा कि प्रतिमाओं की स्थापना के लिए धनराशि डीयू के छात्रों द्वारा जुटाई गई थी।


डूसू के सदस्यों ने कहा कि यह कदम इसलिए जरूरी था क्योंकि स्वतंत्रता संग्राम के दौरान इन तीनों ने भले ही अलग-अलग रास्तों का इस्तेमाल किया हो, लेकिन इनका लक्ष्य एक ही था।"


लॉ फैकल्टी के पूर्व छात्र और एबीवीपी के सदस्य पीयूष ठाकुर ने कहा, “हमारे विश्वविद्यालय में इन स्वतंत्रता सेनानियों के लिए कोई अन्य प्रतिष्ठान नहीं थे। हम गलत को सही करने की कोशिश कर रहे हैं। यही कारण है कि हमने इन प्रतिमाओं को स्थापित किया है।”
पिछले सप्ताह, डूसू ने छात्र संघ कार्यालय का नाम सावरकर के नाम पर रखने की मांग की थी।