पुलिस नाकाम, बदमाश दे रहे वारदातों को अंजाम

 


आपराधिक वारदातों के खुलासों को लेकर गंभीर पुलिस कप्तान की सख्ती का असर पट्टी थाने की पुलिस पर कितना पड़ रहा है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि डेढ़ माह पूर्व दुकान से घर लौट रहे सर्राफा कारोबारी की सरेराह हत्या तथा बीस दिन पूर्व बेलारामपुर में किसान की हत्या कर शव जलाये जाने के मामले में पुलिस अब तक कोई सुराग नहीं लगा सकी है। पुलिस अंधेरे में ही तीर चलाती नजर आ रही है। ऐसे में लोगों का पुलिस से विश्वास उठता जा रहा है।
पट्टी कस्बे के वार्ड नंबर दस मेन रोड निवासी भोलानाथ सोनी के बेटे गंगाप्रसाद को 13 मई की शाम दुकान बंद कर घर लौटते समय पट्टी- ढकवा रोड पर डेढ़ुआ गांव के पास बाइक सवार बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी और नकदी, आभूषण व मोबाइल लूट कर फरार हो गए थे। डेढ़ माह बाद भी हत्या का राजफाश नहीं हो सका है। ऐसे में स्वत: अन्दाजा लगाया जा सकता है कि पुलिस खुलासे के प्रति कितनी फिक्रमंद है। पुलिसिया नाकामी को लेकर व्यापारी सहमे हुये हैं। वहीं बेलारामपुर में 16 जून की रात किसान विनय सरोज (35) की नृशंस हत्या  कर घर से करीब 500 मीटर दूर पंपिंग सेट पर शव जला दिया गया था। लेकिन बीस दिन बाद भी पुलिस घटना का खुलासा नहीं कर सकी है। हत्यारों तक पहुंचना तो दूर पुलिस हत्या की वजह तक तलाशने में नाकाम रही है। मामले में पुलिस ने कई को उठाया, पूछताछ की लेकिन वास्तविक कातिल कौन है, किसकी गिरफ्तारी हुई, हत्याकांड में अब तक हुआ क्या। माकूल जवाब न पट्टी थाना प्रभारी के पास है और न ही क्षेत्राधिकारी के पास।
चोरों ने खोली पुलिस के दावों की पोल
कोतवाली क्षेत्र के जैतापुर निवासी रामअवतार, रामकरन व हरीराम, कोहरांव (नेवाजी का पूरा) निवासी अमरजीत, जयकरन तथा मजीठी निवासी दिनेश तिवारी व संदीप गुप्ता   के  मकान के मेन गेट की कुंडी खोल कर  चोर 30 जून की रात नगदी समेत लाखों रुपये के आभूषण पार कर दिया था। पुलिस अभी तक एक भी घटना का खुलासा नहीं कर सकी है।
चैन स्नैचिंग को संदिग्ध बता ठंडे बस्ते में डाला
पट्टी-चांदा रोड पर आमापुर मोड़ के पास छह जुलाई को दोपहर करीब साढ़े ग्यारह बजे दुधमुंहे बच्चे का इलाज करा कर देवर के साथ घर लौट रही महरूपुर निवासी सपना के गले से चलती बाइक पर झपट्टा मारकर बदमाश सोने की चेन छीनकर फरार हो गए थे। सूचना पर पुलिस ने घटना को संदिग्ध बता कर ठंडे बस्ते में डाल दिया। इसी तरह लूट व चोरी की कई घटनाएं तो पुलिस के क्राइम रजिस्टर पर ही नहीं है। अक्सर पुलिस भुक्तभोगी को ही दबाव में ले लेती है ऐसे में फरियादी थाने जाने से कतराते है।
इनका कहना है
घटनाओं के खुलासे के लिए पुलिस बड़ी ही तत्परता व संजीदगी से लगी है। शीघ्र ही घटनाओं का खुलासा कर दिया जाएगा।
जिलाजीत चौधरी
सीओ, पट्टी