लोकसभा चुनाव के नतीजों ने बढ़ाई सीएम योगी की ताकत पर गठबंधन सहित सामने हैं ये छह चुनौतियां

*लखनऊ - लोकसभा चुनाव के नतीजों ने बढ़ाई सीएम योगी की ताकत पर गठबंधन सहित सामने हैं ये छह चुनौतियां



सपा-बसपा-रालोद गठबंधन के बावजूद भाजपा की प्रचंड जीत से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आत्मविश्वास जरूर बढ़ेगा।
केंद्र में मोदी सरकार की वापसी से योगी सरकार और मजबूती से आगे बढ़ेगी।
लेकिन इस नतीजे के साथ ही योगी की चुनौती भी बढ़ गई है।
विश्लेषकों का मानना है कि लोकसभा चुनाव पूरी तरह से पीएम मोदी के नाम और केंद्र सरकार के काम पर लड़ा गया।
मोदी ने पूरे चुनाव में बिना किसी प्रत्याशी का नाम लिए अपने नाम पर वोट मांगा। प्रत्याशी और स्थानीय मुद्दे गौड़ रहे।
योगी ने केंद्र की योजनाओं को अच्छी तरह से प्रदेश में लागू कर एनडीए गठबंधन को 64 सीटों की जीत में अहम भूमिका निभाई।
एक स्टार प्रचारक के तौर पर भी उनका उल्लेखनीय योगदान रहा। सत्ता में रहते हुए तीन-तीन लोकसभा के उपचुनाव हारने के बाद आम चुनाव में यह जीत उनके आत्मविश्वास में वृद्धि करेगी।
पर जीत की लय बरकरार रखना और 2022 के विधानसभा चुनाव में ऐसी ही उपलब्धि हासिल करना किसी चुनौती से कम नहीं होगा।