PDP का 'अलगाववाद राग', मांगे अफजल गुरु और मकबूल भट्ट के अवशेष

मीर ने कहा है कि यदि भारत सरकार उनके अनुरोध को स्वीकार करती है तो कश्मीरियों में कड़वाहट और अलगाव की भावना को कम किया जा सकता है।


श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर की पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने एक बार फिर आतंकवादियों का महिमामंडन किया है। पीडीपी के सांसद मीर मोहम्मद फयाज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर संसद हमले के दोषी अफजल गुरु और जेकेएलएफ के नेता मकबूल भट्ट के अवशेष लौटाने की मांग की है। मीर ने कहा है कि इससे 'कश्मीरियों में अलगाव की भावना' कम होगी। अफजल गुरु और मकबूल को दोषी पाए जाने के बाद फांसी की सजा दी गई। 



राज्यसभा में पीडीपी के सांसद मीर ने अपने पत्र में कहा है कि सरकार यदि उनके अनुरोध को स्वीकार करती है तो यह 'कई वर्षों के बाद भी नहीं भरे हुए घावों पर मरहम का काम करेगा।' बता दें कि मीर ने यह पत्र उस दिन लिखा है जब आज से ठीक 35 साल पहले अलगाववादी गतिविधियों के लिए भट्ट को फांसी दी गई। जबकि 13 दिसंबर 2001 को संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु को नौ फरवरी 2013 को फांसी पर लटकाया गया।


मकबूल और अफजल गुरु के अवशेष लौटाने की मांग करते हुए सांसद ने कहा है, 'मैं यह पूरी जिम्मेदारी के साथ कह सकता हूं कि यदि भारत सरकार मेरे अनुरोध को स्वीकार करती है तो कश्मीरियों में जो एक प्रकार की कड़वाहट और अलगाव की जो भावना है उसे कम किया जा सकता है।'     


उन्होंने आगे कहा, 'एक ऐसे देश में जहां निर्वाचित प्रधानमंत्री के हत्यारों को क्षमादान और उनकी मौत की सजा माफ की गई है तो ऐसे में मैं नहीं मानता कि दो कश्मीरी लोगों के अवशेष उनके परिवारों को वापस सौंपना कोई गलत बात है।' बता दें कि जेएनयू में अफजल गुरु की बरसी पर भारत विरोधी नारे लगाने पर दिल्ली पुलिस ने विश्वविद्यालय के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार के खिलाफ चार्जशीट दायर किया है।