पुलवामा हमले के बाद पूरे देश में आतंकियों के खिलाफ गुस्से की लहर है वहीं दुख की इस घड़ी में तमाम हाथ ऐसे भी हैं जो शहीद सीआरपीएफ जवानों की मदद कर रहे हैं।
नई दिल्ली: 14 फरवरी 2019 को कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों ने जो दहशतगर्दी की जो काली इबारत लिखी उसे भूल पाना संभव नहीं है और इस हमले के जख्म उन परिवारों से पूछिए जिनके अपने इस आतंकी घटना में शहीद हो गए, जो कभी भी वापस नहीं लौटेंगे उनके बाद उनके परिवार को क्या होगा ये एक ऐसा बड़ा सवाल है जिसका जबाब किसी के पास नहीं है।
ऐसा नहीं है कि उन्हें सरकारी मदद नहीं मिल रही है वो तो मिल ही रही है और संबधित राज्य सरकारें भी मदद कर रही हैं वहीं हम भारतीयों की फितरत है कि दुख की घड़ी में एकजुट होकर पीड़ितों की मदद को आगे आते रहे हैं इस बार भी ऐसा है और तमाम संस्थायें,व्यक्ति, व्यापारी, संगठन शहीद सीआरपीएफ जवानों के परिवार की मदद के लिए आगे आए हैं।
यूपी के रामपुर में उत्तर प्रदेश पुलिस का एक सिपाही ऐसे ही पुलवामा हमले में शहीद सीआरपीएफ जवानों की मदद को आगे आया है। फिरोज खान नाम का यूपी पुलिस का कांस्टेबल इस हमले में शहीद जवानों के परिवार की सहायता करने के लिए घूम-घूमकर चंदा जुटा रहा है उसकी मदद के लिए लोग भी आगे आए हैं और पैसा जमा कर रहे हैं।
फिरोज खान का कहना है उसने इस नेक काम के लिए तीन दिन तक शहर में घूमकर चंदा इकट्ठा करने की अनुमति मांगी थी जोकि उसे मिल गई है और वो अब इसी काम मे लगा है। फिरोज खान का कहना है कि हम शहीदों के परिजनों के साथ हैं और इतना तो मैं और हम सब शहीदों के लिए कर ही सकते हैं।