आर्थराइटिस के दर्द को ठीक कर देगी हीट एंड कोल्ड थेरेपी

आर्थराइटिस के दर्द को ठीक कर देगी हीट एंड कोल्ड थेरेपी, आप भी कर सकते हैं ट्राई


आपने अब तक आर्थराइटिस के दर्द को दूर करने के लिए तमाम कोशिश की होगी, लेकिन अगर आपको आराम नहीं मिला हो तो आपके लिए हीट एंड कोल्ड थेरेपी दर्द और जकड़न से आराम देगा।


जौनपुर,झाँसी मिश्र . हीट एंड कोल्ड थेरेपी आर्थराइटिस के दर्द को दूर करने के लिए आपको खुद इस बात का पता लगाना होगा कि हीट या  कोल्ड दोनों में से किस थेरपी से आपको ज्यादा आराम मिलता है। दोनों ही थेरपी दर्द और जकड़न से आराम दिलाती हैं। बस ये व्यक्ति विशेष पर निर्भर करता है कि उसे किस थेरपी से ज्यादा आराम मिलता है।



   कई बार दर्द मोच या कि‍सी चोट के कारण भी लंबे समय तक बना रहता है, ऐसे मेंं भी ये थेरेपी काफी काम आ सकती है। इसके ल‍िए खुद ही तय करना होगा क‍ि आपको क‍िस थेरेपी से ज्‍यादा आराम म‍िलता है।ठंड के सीजन में सबसे ज्‍यादा द‍िक्‍कत उनको होती है ज‍िन्‍हें जोडों में दर्द हो या गठ‍िया की द‍िक्‍कत होती है, ऐसे लोगों को अपने ल‍िए खास इंतजाम करने की जरूरत होती है ताक‍ि वह इस सीजन को आसानी से न‍िकाल सकें।


कैसे हीट और कोल्ड थेरपी करती है दर्द में काम
कोल्ड और हीट थेरेपी आपकी बॉडी को खुद हील करने को प्रेरित करती हैं। हीट थेरेपी ब्लड वेसेल्स को बढ़ाती है जिससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता और मसल्स स्पैम कम हो जाता है। साथ ही दर्द को कम करने का काम करता है। चाहे तो आप ये हीट थेरेपी किसी हीटींग जेल, गर्म पानी या इलेक्ट्रिक हीटींग का यूज करें।


कोल्ड थेरेपी सूजन को कम करती है और ब्लड वेसेल्स को बांधने का काम करता है। मोच या चोट लगने पर गर्म की जगह पहले कोल्ड थेरेपी ही की जाती है, ताकि लिगामेंट्स एक जगह आकर जल्दी सही होने लगें। हालांकि कोल्ड थेरेपी शुरुआत में थोड़ी असहज और पेनफुल हो सकती हैं, लेकिन इसके फायदे कम नहीं।
 


हीट थेरेपी करते समय ध्यान दें
वैसे तो थेरेपी के लिए आप हीट स्पा लें या हीट टब में बैठें, जेलिंग पैड यूज करें या गर्म पानी से सिकाई लेकिन जिन लोगों को हाई बीपी है, हार्ट पेशंट या प्रेग्नेंट हैं तो हीट स्पा और गर्म पानी के टब का यूज नहीं करना चाहिए।


हीट एंड कोल्ड थेरेपी को कैसे और कब-कब यूज करें
हीट या आइए पैक को आप दिन में दो बार यूज कर सकते हैं। ये दर्द को आराम दिला सकता है। पहले 48 घटें तक केवल दस मिनट तक दर्द वाली जगह पर केवल बर्फ की सिकाई करें। उसके बाद यहां गर्म सिकाई की शुरुआत कर सकते हैं।


Disclaimer: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।