बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने उत्तर प्रदेश बार काउंसिल के चेयरमैन को उनके पद से हटा दिया है। इसके साथ ही वाइस चेयरमैन को चेयरमैन की कुर्सी संभालने का दायित्व दिया है। आरोप है की बार काउंसिल उत्तर प्रदेश के चेयरमैन हरिशंकर सिंह ने गलत ढंग से नियुक्ति की है, इसके अलावा गलत तरीके से बैंक खाता खोलकर उसमें पैसे का ट्रांसफर किया। हरिशंकर सिंह पर भ्रष्टाचार के साथ-साथ अन्य आरोपों के कारण उन्हें उनके पद से हटा दिया गया है।
उत्तरप्रदेश बार काउंसिल के चेयरमैन हरि शंकर सिंह को उनके पद से हटा दिया गया है। हरिशंकर सिंह के ऊपर कई गंभीर आरोप लगे हैं, जिसके बाद यह फैसला लिया गया है। आरोपों के मुताबिक यूपी बार काउंसिल के पूर्व सेक्रेटरी राम जीत सिंह को लाखों रुपये गबन के मामले में उनको दोषी करार देते हुए उन्हें पद से हटा दिया गया। लेकिन हरि शंकर सिंह ने उनकी दुबारा नियुक्ति करवा दी। इसके बाद बार काउंसिल के पदाधिकारियों ने इसकी शिकायत की। शिकायत का संज्ञान लेते हुए बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने उन्हें उनके पद से हटा दिया है।
हरि शंकर सिंह पर यह भी आरोप है कि उन्होंने गलत तरीके से एक क्लर्क के साथ जॉइंट बैंक एकाउंट खोला है। इसके साथ ही पैसों की लेन देन के लिए उसी बैंक खाते का इस्तेमाल किया जा रहा था जो गलत है। सभी आरोपों को देखते हुए उन्हें उनके पद से हटा दिया गया है और चैयरमैन पद की जिम्मेदारी वॉइस चैयरमैन देवेंद्र मिश्र को दी गयी है। इसके अलावा हरि शंकर सिंह को नोटिस जारी करते हुए 10 दिनों के भीतर अपना पक्ष रखने की बात भी कही गयी है