राजस्थान: कोटा में कल तीन और बच्चों की मौत, 35 दिन में 110 बच्चे काल के गाल में समाए

सचिन पायलट कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के कहने पर कोटा गए हैं. सोनिया गांधी ने निर्देश दिया था कि पालयट कोटा जाकर पूरी जानकारी लें और उन्हें रिपोर्ट सौंपें.


कोटा: राजस्थान के कोटा के जे के लोन अस्पताल में तीन और बच्चों की मौत हो हुई है. कल हुई तीन बच्चों की मौत के बाद दिसंबर से लेकर अब तक 110 बच्चों की मौत हो गई है. इस जनवरी में यानी चार दिनों में दस बच्चों की मौत हो गई है. मीडिया में खबर दिखाए जाने के बाद अस्पताल प्रशासन की ओर से कदम उठायी जा रही है. सिर्फ कोटा ही नहीं बल्कि राजस्थान के अलग अलग जिलों से बच्चों की मौत की खबर आ रही है. कोटा के बाद कल बूंदी से बच्चों की मौत की खबर आई थी.


सीएम के गृह जिले में अच्छे नहीं हालात
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह जिले जोधपुर में भी बच्चों की मौत को लेकर चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं. जोधपुर के सरकारी अस्पतालों में दिसंबर महीने में ही 146 बच्चे की मौत हुई है. लेकिन अस्पताल प्रशासन को ये बात सामान्य नजर आ रही है. साल 2019 में NICU, PICU में कुल 754 बच्चों की मौत हुई. यानि हर महीने 62 बच्चों की मौत. लेकिन दिसंबर में ये आंकड़ा बढ़कर 146 तक जा पहुंचा. जब एसएन मेडिकल कॉलेज के एचओडी मौत पर प्रतिशत का ज्ञान समझाने लगे.


डिप्टी सीएम ने अपनी ही सरकार को कटघरे में किया
कोटा के जेके लोन अस्पताल में बच्चों की मौत के मामले में अपनी ही सरकार को कठघरे में खड़ा करते उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि हमें और संवेदनशील होना चाहिए था. मृतक बच्चों के परिजनों से मुलाकात के बाद पायलट ने कहा, ''जे के लोन अस्पताल में 107 बच्चों की मौत हुई है. यह बहुत दर्दनाक है. मैं ऐसा मानता हूं कि इस मामले को लेकर जो हम लोगों की प्रतिक्रिया रही है वो किसी हद तक संतोषजनक नहीं है. हमें और अधिक संवेदनशील और सहानुभूतिपूर्ण होना चाहिए था.''


दरअसल, पिछले दिनों राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से जब कोटा में बच्चों की मौत पर सवाल किया गया था तो उन्होंने पहले की सरकार पर दोष मढ़ा था और आंकड़े दिखाते हुए कहा था कि हमारी सरकार में कम मौतें हुई हैं. सचिन पायलट कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के कहने पर कोटा गए हैं. सोनिया गांधी ने निर्देश दिया था कि पालयट कोटा जाकर पूरी जानकारी लें और उन्हें रिपोर्ट सौंपें.