विदेशी यूनिवर्सिटी से डिग्री पाने वाले सारे डॉक्टर फेल

विदेशों से एमबीबीएस या इसके समकक्ष डिग्री लेकर आ रहे छात्र एमसीआई के स्क्रीनिंग टेस्ट में कम पास हो पाते हैं। औसतन 15-20 फीसदी छात्र ही एक बार में यह टेस्ट पास कर पाते हैं। एक विश्लेषण में पाया गया..


विदेशों से एमबीबीएस या इसके समकक्ष डिग्री लेकर आ रहे छात्र एमसीआई के स्क्रीनिंग टेस्ट में कम पास हो पाते हैं। औसतन 15-20 फीसदी छात्र ही एक बार में यह टेस्ट पास कर पाते हैं। एक विश्लेषण में पाया गया है कि करीब सौ ऐसे मेडिकल विश्वविद्यालय एवं कालेज हैं जहां से डिग्री लेकर आए एक भी छात्र अब तक यह टेस्ट पास नहीं कर पाया है। 


यह निष्कर्ष एमसीआई ने एक साल नहीं बल्कि चार साल के आंकड़ों (2015-2018) के आधार पर निकाला है।  फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट एग्जाम (एफएमजीई) में बैठने वाले छात्रों के परफारमेंस के आधार पर तैयार रिपोर्ट के आंकड़े चौंकाने वाले हैं। इसके अनुसार चार सालों में सौ मेडिकल विवि और कालेजों से एक भी छात्र पास नहीं हो पाया है। इसमें ज्यादातर वे विश्वविद्यालय और कालेज हैं जहां मेडिकल की शिक्षा दूसरी भाषाओं में दी जाती है। गौरतलब है कि एमसीआई के टेस्ट को पास किए बगैर इन्हें देश में डॉक्टरी करने की इजाजत नहीं मिलेगी।


यूरोप तथ चीन के कॉलेज शामिल
इस सूची में पूर्व सोवियत देशों, यूरोप तथा चीन के मेडिकल विश्वविद्यालय और कालेज शामिल हैं। जर्मनी, हंगरी, अरमेनिया, बांग्लादेश, अरब देशों, अफ्रीकी देशों, एशियाई देशों थाइलैंड, मलेशिया से भी ऐसे छात्र आ रहे हैं जो टेस्ट में पास नहीं हो पाए हैं। नीदरलैंड के एक विश्वविद्यालय से पढ़कर आए 27 में से सिर्फ दो ही टेस्ट पास कर पाए हैं। जर्मनी से आया एक छात्र टेस्ट में फेल हो गया। ब्रिटेन के विश्वविद्यालय से पढ़कर आए छात्र भी फेल हो रहे हैं। 


कई उम्मीदवार एक बार से ज्यादा बार भी टेस्ट दे चुके 
रिपोर्ट के अनुसार, उपरोक्त चार सालों के दौरान इन देशों से कुल 538 उम्मीदवार डॉक्टरी की डिग्री लेकर आए। लेकिन इनमें से एक भी उम्मीदवार चार सालों में स्क्रीनिंग टेस्ट पास नहीं कर सका। कई उम्मीदवार एक बार से ज्यादा बार भी टेस्ट दे चुके हैं। एमसीआई ने यह सूची जारी की है जिसमें इन कालेजों/विश्वविद्यालय के नाम दिए गए हैं। इसके पीछे मकसद यह है कि इन देशों में अध्ययन के लिए जाने वाले छात्रों को आगाह किया जा सके। वे कालेजों, विवि के चयन में सावधानी बरतें। 


विश्वविद्यालय /कालेज                                        डिग्री लेकर लौटे छात्र
समारा स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी, रूस                            74
जिनजियांग स्कूल आफ मेडिसिन, चीन                          69
मेडिकल यूनिवर्सिटी. सेंनयांग, चीन                               45
सेंट पीट्सबर्ग स्टेट यूनिविर्सटी                                      34
इजेव्स्क मेडिकल एकेडमी, रूस                                      25
किर्गी स्टेट मेडिकल एकेडमी, किगीर्स्तान                        18
सेंट पीट्सबर्ग पावलोव मेडिकल यूनिवर्सिटी                      12
कम्युनिटी मेडिकल कालेज बहरीन                                  12


(इनमें से एक भी छात्र टेस्ट पास नहीं पर पाया)