लखनऊ में बैठकर यूपी के 50 जेलों पर रखी जाएगी नजर यूपी देश का पहला राज्य बन गया

लखनऊ में बैठकर यूपी के 50 जेलों पर रखी जाएगी नजर
यूपी देश का पहला राज्य बन गया है जहां जेलों के लिए विडियो वॉल बनाई गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जेल मुख्यालय के कमांड सेंटर में विडियो वॉल का लोकार्पण किया।


लखनऊ
उत्तर प्रदेश की 50 जेलों में लगे 2750 सीसीटीवी के जरिए अब लखनऊ स्थित जेल मुख्यालय से बैठकर नजर रखी जा सकेगी। किसी भी जेल में बवाल, बंदियों के जुटने, प्रतिबंधित इलाके में संदिग्ध के दिखने पर उसका अलर्ट लखनऊ जेल मुख्यालय में बनाई गई विडियो वॉल पर आ जाएगा। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से युक्त 12 एलईडी पैनल वाली विडियो वॉल का सीएम योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को जेल मुख्यालय स्थित कमांड सेंटर में लोकार्पण किया।


इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि तकनीक के इस्तेमाल से काम में पारदर्शिता और तेजी आई है। इसके जरिए मुख्यालय को जेलों की गतिविधियों का पता चल सकेगा। प्रदेश की 50 जेलें इस सुविधा से जोड़ी गईं हैं। विडियो वॉल के माध्यम से जेलों की 24 घंटे निगरानी की जा सकेगी। तकनीक के जरिए किसी भी प्रकार की घटना और दुर्घटना को रोका जा सकता है। तकनीक के माध्यम से जेलों में व्यापक सुधार हुए हैं। ये तकनीक का ही कमाल है कि जेल के बंदियों से मिलने आने वाले लोगों पर भी नजर रखी जा सकेगी।
देश में पहली बार विडियो वॉल जैसी तकनीक का जेलों में प्रयोग किया जा रहा है। सीएम ने कहा कि इससे जेलों में कैदियों के भागने, बवाल करने या फिर प्रतिबंधित क्षेत्र में किसी भी संदिग्ध के प्रवेश करते ही जेल मुख्यालय को अलर्ट मिल जाएगा। यही नहीं, जेलों में होने वाली हर गतिविधि पर अलर्ट वाला मैसेज विडियो वॉल के साथ ही मोबाइल पर भी मिल सकेगा। इसके लिए एक ऐप बनाया गया है। इस ऐप को डाउनलोड करते ही मोबाइल पर इसका अलर्ट मिलने लगेगा। सीएम ने कहा कि एक समय ऐसा भी था, जब प्रदेश की जेलों से अपराध संचालित होते थे लेकिन हमारी सरकार बनने के बाद जेलों में व्यापक सुधार किए गए। इस दिशा में वीडियो वॉल बड़ा कदम है।
*नकारात्मक ऊर्जा को सकारात्मक में बदलें*
सीएम ने कहा कि जेल अधिकारियों से कहा कि इतना बड़ा मैन पावर जो आपके पास मौजूद है, उनकी नकारात्मक ऊर्जा को सकारात्मक ऊर्जा में बदलने की कोशिश करें। सीएम ने कहा कि जेल में एक लाख लोगों को बैठाकर खाना खिलाते हैं, अगर उन्हें किसी काम में लगा सके, किसी रचनात्मक कार्यक्रमों में जोड़ सकें, तो यह पूरे देश के लिए अनुकरणीय उदाहरण हो सकता है। योगी ने कहा कि हमें इस बात पर जरूर ध्यान देना चाहिए कि जेलों के अंदर अपराधी और आपराधिक प्रवृत्ति के तत्वों पर पूरी सख्ती होनी चाहिए।
*लखनऊ समेत पांच जेल होंगी हाई सिक्यॉरिटी जेल*
डीजी जेल आनन्द कुमार ने बताया कि प्रदेश की पांच जेलों को हाई सिक्यॉरिटी जेल बनाया जा रहा है। यहां तिहाड़ की तरह त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरा होगा। आधुनिक तकनीक वाले जैमर व अन्य उपकरण इस्तेमाल किए जाएंगे। यहां लगाए जाने वाले सीसीटीवी कैमरे भी उच्च तकनीक से लैस होंगे। पांच जिलों लखनऊ, गौतमबुद्धनगर, बरेली, आजमगढ़ व चित्रकूट में जेलों को हाई सिक्यॉरिटी किया जा रहा है।
*6 माह में दूर हो जाएगी जेल स्टाफ की कमी*
अपर मुख्य सचिव गृह एवं कारागार अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि जेल में करीब तीन हजार लोगों का स्टॉफ कम है। अगले छह माह में इसे दूर कर लिया जाएगा। एसीएस कारागार ने बताया कि दिसंबर माह में पुलिस के प्रशिक्षित 1000 कॉन्स्टेबल जेल की सुरक्षा के लिए दे दिए जाएंगे। अगले चरण में पीएसी के जवानों को जेल सेवा में प्रतिनियुक्ति पर जाने का विकल्प मिलेगा। इसके अलावा आउटसोर्सिंग से भर्ती के लिए कंपनी का चयन हो गया है। इसे छह माह में पूरा कर लिया जाएगा।
अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि 11 दिसंबर को अंबेडकरनगर की मॉडर्न जेल का उद्घाटन करने की तैयारी है। एसीएस कारागार ने बताया कि महिला बंदियों के लिए हर रेंज स्तर पर अलग जेल बनाने पर विचार चल रहा है, जिससे वे अपने जिलों के आसपास रह सकें। इस मौके पर जेल प्रशासन एवं सुधार विभाग के राज्यमंत्री जय कुमार सिंह जैकी, डीजीपी ओपी सिंह मौजूद रहे।