सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की भावना फलीभूत: भाजपा न्याय की जीत, फैसले का स्वागत

 


रायपुर। भारतीय जनता पार्टी ने अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि पर भगवान रामलला को विराजमान कर मंदिर बनाने के पक्ष में सर्वोच्च न्यायालय के सर्वसम्मत फैसले का स्वागत किया है। पार्टी ने इसे सर्वधर्मसमभाव की भावना से अनुप्राणित राष्ट्र-जीवन की विजय बताया है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेंडी ने सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि सर्वधर्म-समभाव की भाव-भूमि पर अब राष्ट्रीयता की और भारत-भक्ति की अनुगूंज चहुंओर सुनाई देगी। इस फैसले ने भारतीय राष्ट्र की सांस्कृतिक अवधारणा व चिंतनधारा को सशक्त करने का अवसर हमें उपलब्ध कराया है। अब समस्त आग्रहों से परे होकर हमें राष्ट्र के नव-निर्माण की दिशा में अग्रसर होना है।
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि श्रीरामजन्मभूमि आंदोलन के सुखांत की यह बेला वस्तुतः भारतीयता की जीत की बेला है। सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय को शांति, सौहार्द्र और परस्पर सद्भाव के साथ राष्ट्र की एकता का संदेश बताते हुए पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने कहा कि इसे हार-जीत के नजरिये से देखने के बजाय सहजता से स्वीकार करना चाहिए। सर्वोच्च न्यायालय का यह निर्णय धर्म और सम्प्रदाय के खांचों में बांटने की राजनीति का अंत करने वाला ऐतिहासिक फैसला है और सर्वधर्म-समभाव के भारतीय चिंतन को दृढ़ता से स्थापित करने की दिशा में मील का पत्थर सिध्द होगा।
भाजपा की राष्ट्रीय महामंत्री व सांसद सुश्री सरोज पांडे ने श्रीराम मंदिर के पक्ष में दिए गए सर्वोच्च न्यायालय के फैसले को ऐतिहासिक बताया है। सुश्री पांडे ने कहा कि एक लंबे संघर्ष के बाद यह ऐतिहासिक फैसला आया है जिससे भारत और भारतीयता की प्रतिष्ठा स्थापित हुई है, अतः इस निर्णय का सम्मान करते हुए हम सब अब एक भारत-श्रेष्ठ भारत के निर्माण के लिए संकल्पित हों।
भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद रामविचार नेताम ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के फैसले से अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त हुआ है। इस फैसले के बाद अब अतीत की समस्त कटुता को भुलाकर तमाम विवादों को समाप्त करने की जरूरत है। अब सभी भारतीय मिलकर देश को प्रगति के शिखर पर स्थापित करने के लिए एकजुट होकर एक शक्तिशाली, समृध्दिशाली व स्वाभिमानी राष्ट्र का निर्माण करें।
प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के पक्ष में सर्वोच्च न्यायालय के फैसले को भारत की भक्ति की जीत बताया है।


     सत्य व निष्कर्षों के मंथन के बाद आया यह निर्णय सबको पूरे उदात्त मानस के साथ स्वीकार करना चाहिए और भारत की सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की अवधारणा के अनुकूल सभी भारतीयों को एक साथ मिलकर अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर निर्माण में सहयोग करना चाहिए। उन्होंने इस अवसर पर अपने आंनद और उत्साह की अभिव्यक्ति को संयम व विधिक-मर्यादा के भीतर रखने का आग्रह किया