रिजर्व बैंक ने डीएचएफएल (हाउसिंग कंपनी दीवान हाउसिंग फाइनेंस कंपनी) के निदेशक मंडल के स्थान पर कंपनी का कामकाज चलाने के लिये प्रशासक बैठाया है।आरबीआई ने कहा कि उसके द्वारा नियुक्त प्रशासक डीएचएफएल के समाधान पेशेवर होंगे।
बताया जा रहा है कि जल्द ही इस कंपनी को दिवालिया घोषित करने की भी प्रक्रिया शुरू होगी। गौरतलब है कि दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड (डीएचएफएल) पर गलत तरीके से फंड के डायवर्जन की वजह से एक लाख जमाकर्ताओं का फिक्स्ड डिपॉजिट खतरे में है।
यह देश की चौथी सबसे बड़ी हाउसिंग फाइनेंसर कपनी रही है लेकिन इन दिनों डीएचएफएल संकट में हैं। डीएचएफएल कथित अनियमितताओं को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच का सामना कर रही है। आरोप है कि इस कंपनी के ग्लोबल टेररिस्ट दाऊद इब्राहिम के सहयोगी रहे इकबाल मिर्ची से लिंक हैं।
कंपनी पर फंड डायवर्जन के आरोप लगाए गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि सरकार गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय द्वारा भी जांच शुरू कर सकती है, अगर ऐसा होता है तो कंपनी से जुड़े सभी भुगतानों को रोका जा सकता है। इसका सीधा असर फिक्स्ड डिपॉजिट होल्डर्स पर पड़ेगा। इनमें अधिकांश सेवानिवृत्त हैं जिन्होंने अपने जीवन की बड़ी बचत डीएचएफएल में निवेश की हुई है।