तीन तलाक बिल पर पीडीपी सांसदों ने किया😲 वॉकआउट, ट्विटर पर भिड़े महबूबा मुफ्ती और🗣️ उमर अब्दुल्ला

 


मंगलवार को मोदी सरकार को बड़ी कामयाबी मिली जब तीन तलाक को अपराध करार देने वाला बिल राज्यसभा में पास हो गया। ये बिल लोकसभा में पहले ही पास हो गया था। राज्यसभा में दिन भर चली बहस के बाद हुई वोटिंग में बिल के पक्ष नें 99 और विपक्ष में 84 वोट पड़े। हालांकि, इसमें उन दलों की भी बड़ी भूमिका रही जिनके सदस्य वोटिंग के दौरान सदन से गैरजाहिर रहे। आश्चर्यजनक रूप से तीन तलाक बिल का खुलकर विरोध करने वाली महबूबा मुफ्ती की पार्टी के दो सांसद भी सदन में मौजूद नहीं थे।


पार्टी के नेताओं के बार-बार आश्वासन देने के बावजूद कि वे भाजपा के साथ नहीं जाएंगे, पीडीपी के दो सांसद गैरहाजिर रहे। जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती ने ट्रिपल तलाक बिल का जमकर विरोध करती रही हैं और इस बिल को लेकर उन्होंने कहा था कि भाजपा इस कानून के जरिए हमारे घरों में प्रवेश कर रही है।


 


पीडीपी नेता ने तीन तलाक बिल पास होने के बाद ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया दी, 'तीन तलाक बिल को पास कराने की जरूरत नहीं समझ पा रही हू, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने पहले ही इसे अवैध करार दे दिया था। मुस्लिम समुदाय को दंडित करने के लिए यह अनावश्यक हस्तक्षेप है।' हालांकि, इस दौरान उन्होंने पार्टी के सांसदों के वोटिंग से दूर रहने को लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। लेकिन इसपर नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने मुफ्ती पर निशाना साधा।


उन्होंने कहा, आपको ट्वीट करने से पहले ये देखना चाहिए था कि आपकी पार्टी के सदस्यों ने कैसे वोट किया था? मुझे लगता है कि उन्होंने सदन में अनुपस्थित रहकर सरकार की मदद की, क्योंकि बिल पास कराने के लिए उन्हें सदन में नंबर चाहिए थे। आप सरकार की मदद नहीं कर सकती हैं और फिर बिल पास होने की आवश्यकता को भी नहीं समझ पाती हैं।'