चुनाव आयोग, नरेंद्र मोदी और अमित शाह पर फूटा ममता बनर्जी का गुस्सा, जमकर निकाली भड़ास


पश्चिम बंगाल में अंतिम चरण से पहले प्रचार की सीमा को कम करने के बाद ममता बनर्जी का गुस्सा चुनाव आयोग पर फूट पड़ा है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह पर भी जमकर निशाना साधा।









कोलकाता: लोकसभा चुनाव के दौरान पश्चिम बंगाल में हो रही हिंसा के चलते बुधवार को चुनाव आयोग ने बड़ा कदम उठाया। आयोग ने अंतिम चरण के मतदान के लिए निर्धारित अवधि से एक दिन पहले 16 मई को रात 10 बजे से चुनाव प्रचार पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया। पश्चिम बंगाल की 9 लोकसभा सीटों पर 19 मई को मतदान होना है। इस फैसले पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सवाल उठाए।


ममता बनर्जी ने कहा, 'चुनाव आयोग को कोलकाता की हिंसा के लिए अमित शाह के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए थी। पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था की कोई समस्या नहीं है, अनुच्छेद 324 लगाना अप्रत्याशित, असंवैधानिक और अनैतिक है। इस तरह का चुनाव आयोग कभी नहीं देखा, इसमें आरएसएस के लोग भरे पड़े हैं। आयोग ने पीएम मोदी को अपनी दो रैलियां खत्म करने का समय दिया है।'


वहीं गृह सचिव को हटाने के फैसले पर बनर्जी ने कहा, 'गृह सचिव को हटाने का निर्देश चुनाव आयोग ने नहीं बल्कि नरेंद्र मादी और अमित शाह ने दिया है। बंगाल में अनुच्छेद 324 विद्यासागर की मूर्ति को तोड़ने को लेकर मोदी और शाह के लिए चुनाव आयोग की ओर से उपहार है।


उन्होंने कहा, 'अमित शाह ने अपनी सभा के माध्यम से हिंसा का निर्माण किया, ईश्वर चंद्र विद्यासागर की प्रतिमा के साथ बर्बरता की गई, लेकिन मोदी ने उस पर खेद प्रकट नहीं किया। बंगाल के लोगों ने इसे गंभीरता से लिया है, अमित शाह के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। अमित शाह ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की, चुनाव आयोग को धमकी दी, क्या ये उसी का नतीजा है? बंगाल डरा नहीं है। बंगाल को इसलिए निशाना बनाया गया क्योंकि मैं मोदी के खिलाफ बोल रही हूं। गुंडों को बाहर से लाया गया था, उन्होंने भगवा पहनकर हिंसा की, ऐसा ही हिंसा तब हुई थी जब बाबरी मस्जिद को ध्वस्त किया गया था।


बनर्जी ने कहा, 'बंगाल के लोग इसे हल्के में नहीं लेंगे, इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। मोदी को पता है कि उनके खिलाफ खड़ा व्यक्ति, उन्हें चुनौती देता है, मजबूत है, यही वजह है कि वह ये सब कर रहे हैं। मोदी बंगाल और मेरे लोगों से डरते हैं।